जीवन खुशियों का खजाना है, उमंग है, गुदगुदाना और मुस्कुराना है,
जीवन है इक तड़प, जीवन है एक प्यास, दर्द है कभी तो कभी है कोई आस ,
जीवन बच्चों सा सरल है कभी, कभी जटिल पहेली सा ताना-बाना है !
रिश्तों की माला है जीवन, अधूरी सी तलाश है, हर पल एक प्यास है ,
कुछ बातें हैं अनकही, कुछ एहसास हैं अनछुए,कुछ जाना कुछ पहचाना,
एक अनवरत सफर है जीवन, कभी आना है कभी जाना है !
जीवन है इक तड़प, जीवन है एक प्यास, दर्द है कभी तो कभी है कोई आस ,
जीवन बच्चों सा सरल है कभी, कभी जटिल पहेली सा ताना-बाना है !
रिश्तों की माला है जीवन, अधूरी सी तलाश है, हर पल एक प्यास है ,
कुछ बातें हैं अनकही, कुछ एहसास हैं अनछुए,कुछ जाना कुछ पहचाना,
एक अनवरत सफर है जीवन, कभी आना है कभी जाना है !
कुछ बातें हैं अनकही, कुछ एहसास हैं अनछुए,कुछ जाना कुछ पहचाना,
ReplyDeleteits wonderful...........
Shivram ji
पहले फूल का आनंद !
ReplyDeleteकितना अच्छा लगता है जब पहली बार फूल खिलते हैं अपनी लगाई बगिया में ,
पहला फूल जब कोंपल बनकर डाल पर से झांकता है तो लगता है कि कोई नन्हा सा जीवन आपको धन्यवाद दे रहा हो !
उसकी इस मासूम सी अदा पर दिल खुशी से भर जाता है
और दिल को इंतजार होता है उसके आँखें खोलने का !
आपका प्यार और सहारा पाकर वो कोंपल एक दिन कली बनेगा,
वो कली आप जैसे सूरज की रोशनी और धूप पाकर फूल बनेगी ,
फिर फूल खिलेगा और महकेगा सारी दुनिया को खुशबू में डुबाने के लिए !
फिर फूल खिलेगा और महकेगा आपका शुक्रिया अदा करने के लिए ,
हर उस पल के लिए जब आपने उसे संभाला , उसे सींचा अपने निर्मल जल से,
पाला अपनी छाया के साये में , संजोया उसे अपने विचारों से !